ये सभी नियम प्राचीन परंपराओं के रूप में आज भी प्रचलित हैं और काफी
लोग इन नियमों में से कुछ नियमों का पालन भी करते हैं। जो लोग इन नियमों का
पालन करते हैं, उन्हें चमत्कारिक रूप से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं। यहां जानिए खाना खाते समय कौन-कौन 30 बातों का ध्यान रखना चाहिए...
इन परिस्थितियों में भोजन नहीं करना चाहिए:
- मल-मूत्र का वेग होने पर
- किसी प्रकार के कलह या अशांति का वातावरण होने पर
- अधिक शोर होने पर
- पीपल या वट वृक्ष के नीचे बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए।
- शास्त्रों के अनुसार हमें दिन में सिर्फ सुबह और शाम, दो बार ही
भरपेट भोजन करना चाहिए। सुबह के समय और शाम के समय पाचन तंत्र बहुत अच्छी
तरह भोजन पचाता है, क्योंकि सूर्योदय से 2 घंटे बाद तक और सूर्यास्त से ढाई
घंटे पहले तक जठराग्नि पूरे प्रभाव में रहती है। शेष समय में यदि भूख लगे
तो फलाहार किया जा सकता है। प्रतिदिन दिनभर में कभी भी मौसमी फलों का सेवन
अवश्य करना चाहिए।
- कभी भी पूरी तरह भरपेट भोजन नहीं करना चाहिए। भूख से थोड़ा सा कम
भोजन सेहत को फायदा पहुंचाता है। जो लोग भूख से थोड़ा कम खाना खाते हैं वे
सेहतमंद, दीर्घायु, बलवान, सुखी और सुन्दर शरीर वाले होते हैं। ऐसे लोगों
की संतान भी गुणवान होती है। जबकि जो लोग भूख अधिक भोजन करते हैं, वे आलसी
प्रवृत्ति के हो जाते हैं और उन्हें कई प्रकार की बीमारियां होने की
संभावनाएं काफी अधिक होती हैं।
- किसी कंजूस का, राजा का, वेश्या का, शराब बेचने वाले व्यक्ति के द्वारा दिया गया भोजन कभी ग्रहण नहीं करना चाहिए।
- हमेशा ध्यान रखें, हम जब भी खाना खाएं तब हमारा मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
- दक्षिण दिशा की ओर मुख करके भोजन नहीं करना चाहिए, क्योंकि शास्त्रों के
अनुसार ऐसा भोजन प्रेत को प्राप्त होता है। ऐसे भोजन से नकारात्मक ऊर्जा
बढ़ती है। पूरा समाचार यहां है।
Source link: http://religion.bhaskar.com/article-rb/AK-parampara-know-the-rules-about-eating-3-may-2014-4600418-PHO.html
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