उज्जैन। गर्मियों की चिलचिलाती धूप में अक्सर तबीयत बिगड़ जाती
है। ठंडे बुलबुले उठते हुए सोडायुक्त पेय थोड़े समय के लिए राहत जरूर दे
सकते हैं, लेकिन इसके दुष्परिणाम देर-सबेर देखने को मिलते ही हैं। प्रकृति
ने हमारे लिए वन संपदा के रूप में ऐसे साधन दिए हैं, जिनकी मदद से हम अपनी
सेहत की देखभाल कर सकते हैं। कितनी ही गर्मी क्यों न हो, यदि हम अपने
खान-पान में पारंपरिक पेय और फलों को सम्मिलित कर लें तो धूप की तपिश से
होने वाले शारीरिक विकारों पर आसानी से काबू पाया जा सकता है।
बेल- बेल का शर्बत बहुत ही गुणकारी होता है। यह शर्बत पाचन से जुड़ी समस्याओं, आंखों की रोशनी में कमी, पेट में कीड़े और लू लगने जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए उत्तम है। गर्मियों में बेल का फल मानो एक वरदान है, जिसके सेवन से धूप की तपिश और लू के थपेड़ों से शरीर को बचाया जा सकता है।
जामुन- जंगलों, गांव में सड़कों पर, खेतों के किनारे और बगीचों
में, जामुन के पेड़ बहुत अधिक होते हैं। जामुन में लौह और फॉस्फोरस
प्रचुरता में होता है। इसमें कोलीन और फोलिक एसिड भी होता है। खाने के बाद
100 ग्राम जामुन का सेवन गर्मियों से जुड़े कई विकारों में बहुत फायदेमंद
साबित होता है।
पूरा समाचार यहां है।
Source: http://religion.bhaskar.com/article-rb/FM-AN-yoga-tips-for-healthy-body-in-summer-4600077-PHO.html
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