कोयला मजदूरों की हड़ताल ने उड़ाई सरकार नींद
नई दिल्ली कोयला उद्योग के कामगारों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का बुधवार को दूसरा दिन है। सरकारी अधिकारियों तथा मजदूर संगठनों के बीच मंगलवार की रात बातचीत असफल रही। हड़ताल के पहले दिन 15 लाख टन के दैनिक उत्पादन का 75 प्रतिशत हिस्सा प्रभावित रहा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर हड़ताल जारी रही तो देश में कोयले की कमी की वजह से बिजली संकट गहरा सकता है। इस बीच मामले की गंभीरता को देखते हुए कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने खुद मजदूर संगठनों के साथ बातचीत की पहल की है। माना जा रहा है कि 1970 के बाद कोयला मजदूरों की यह सबसे हड़ताल है।
कोयला मजदूरों की हड़ताल ने उड़ाई सरकार नींद
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